नमस्ते! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको जानकारी देंगे DDR Full Form के बारे में। अगर आप इस का फुल फॉर्म ढूंढ रहे हैं तो हमारा यह आज का आर्टिकल आपके लिए काफी सहायक रहेगा।
क्योंकि हम DDR Full Form बताने के साथ-साथ इससे जुड़ी हुई अन्य आवश्यक जानकारी भी इस आर्टिकल के माध्यम से आपसे शेयर करने जा रहे हैं। इसलिए हमारा आपसे निवेदन है कि इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
DDR Full Form In Hindi – डीडीआर का फुल फॉर्म क्या है ?
DDR का फुल फॉर्म होता है डबल डाटा रेट (Double Data Rate) और इसका हिंदी में मतलब होता है दुगनी डाटा रेट। यह शब्द कंप्यूटर के क्षेत्र से जुड़ा हुआ है और यहां बता दें कि यह SDRAM का एक एडवांस वर्जन है जो एक तरह कंप्यूटर की मेमोरी होता है।
DDR का इतिहास क्या है ?
बता दें कि साल 1997 में पहली बार सैमसंग कंपनी ने डीडीआर मेमोरी का प्रोटोटाइप तैयार किया था और उसके बाद उसे 1998 में कमर्शियल प्रयोग के लिए मार्केट में उतारा गया था। बाद में अन्य कंपनियों ने भी डीडीआर मेमोरी प्रोटोटाइप तैयार करना शुरू कर दिया था।
DDR की विशेषता क्या है ?
DDR की सबसे बड़ी और मुख्य विशेषता यह है कि यह SDRAM चिप के मुकाबले दोगुनी गति से डाटा ट्रांसफर करने की क्षमता रखता है। यहां यह भी बता दें कि यह ऐसा इसलिए कर सकता है क्योंकि यह मेमोरी सिग्नल को डबल तेजी के साथ रिसीव करके सेंड कर सकता है। इसके अलावा यह अत्यधिक कम पावर का प्रयोग भी करता है।
एसडीआरएएम और डीडीआर के बीच अंतर क्या है ?
SDRAM (Synchronous Dynamic Random Access Memory) और DDR (Double Data Rate) दोनों ही RAM (Random Access Memory) के प्रकार हैं जो कंप्यूटर मेमोरी में उपयोग होते हैं, लेकिन इनमें कुछ मुख्य अंतर होते हैं।
प्रक्रिया (Process):
- SDRAM एक आम डायनामिक रैम होता है, जो डेटा को रखता है जो डिजाइन के अनुसार जाना जाता है।
- DDR, जैसे कि DDR3 और DDR4, डेटा को double data rate से पढ़ने और लिखने की क्षमता रखता है, जो इसे SDRAM से अधिक तेजी से बनाता है।
डेटा डाउनलोड की गति (Data Transfer Rate):
- SDRAM की डेटा डाउनलोड की गति कम होती है जिससे डेटा के प्रवाह में थोड़ी देरी होती है।
- DDR में डेटा डाउनलोड की गति अधिक होती है, जिससे डेटा के प्रवाह में अधिक तेजी से जाती है।
क्षमता (Capacity):
- DDR SDRAM, जैसे कि DDR3 और DDR4, SDRAM की तुलना में अधिक क्षमता वाली होती है।
- SDRAM की क्षमता अधिक नहीं होती और यह आमतौर पर कम मेमोरी वाले उपयोग के लिए उपयुक्त होती है।
पूर्व-नियोंत्रित डेटा प्रक्रिया (Pre-fetching Data Process):
- DDR विधियों में पूर्व-नियोंत्रित डेटा प्रक्रिया होती है, जिससे डेटा पहले से तैयार होता है और प्रवाहित किया जा सकता है।
- SDRAM में ऐसी पूर्व-नियोंत्रित डेटा प्रक्रिया नहीं होती है और डेटा को प्रवाहित करने में थोड़ी देरी हो सकती है।
इन रूपों में, DDR तेज डेटा प्रवाह और अधिक क्षमता के लिए अधिक लोकप्रिय है, जबकि SDRAM उपयोगकर्ताओं के लिए कम क्षमता और नियमित उपयोग के लिए उपयुक्त है।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल जिसमें हमने आप को जानकारी दी कि DDR Full Form क्या है और इसके अलावा हमने आपको इससे संबंधित अन्य जानकारी भी दी।
हमें पूरी उम्मीद है कि हमारा यह आर्टिकल आपके लिए बेहद लाभदायक रहा होगा। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसको अपने दोस्तों के साथ और जानने वालों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करना बिल्कुल भी नहीं भूलें।