दिल्ली मेट्रो कंपनी का मालिक कौन है

सफर के दौरान आपने कई अलग अलग साधनों का इस्तेमाल किया होगा। क्या आपने ट्रेन का सफर किया है ? क्या आपने कभी मेट्रो में सफर किया है सामान्यतः इन प्रश्नों का जवाब होगा हा! आपको इस लेख के बारे में मेट्रो ट्रेन के बारे मे बताया जा रहा है और साथ ही यह भी बताया जाएगा की इस मेट्रो ट्रेन का आविष्कार किसने किया व इस मेट्रो ट्रेन का मालिक कौन है ? अगर आप मेट्रो ट्रेन के बारे मे नही जानते है तो आपको बता दे की इस लेख में आपको इसी के बारे जानकारी मिलेगी, अतः आप दिल्ली मेट्रो कंपनी का मालिक कौन है इस लेख को अंत तक पढे ताकि आपको पूरी जानकारी मिल सके।

Delhi Metro

दिल्ली जो कि देश की राजधानी है वहां भारतीय पर दिल्ली- एनसीआर की एक मेट्रो रेल परिवहन व्यवस्था है जो दिल्ली रेलवे के अधीन मेट्रो रेल निगम लिमिटेड द्वारा संचालित की जाती है। इसका शुभारंभ 24 दिसंबर, 200 को किया गया था। इस सेवा की शुरुआत शहादरा तीस हजारी लाइन से हुई थी। अगर इस रेल की स्पीड की बात रखे तो इस परिवहन व्यवस्था की अधिकतम गति 40 किमी/घंटा (50 मील/घंटा) तक होती है और यह अपने रास्ते के हर स्टेशन पर लगभग 20 सेकंड तक ही रुकती है। 

इस प्रकार की सभी ट्रेनों का निर्माण दक्षिण कोरिया की एक जानी मानी कंपनी रोटेम (ROTEM) ने किया है। यह दिल्ली की परिवहन व्यवस्था में मेट्रो रेल के रूप में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इससे पहले दिल्ली में परिवहन का ज्यादतर बोझ केवल बसों और ट्रैन पर ही था। यह दिल्ली मेट्रो ट्रेन  प्रारंभिक अवस्था केवल छह मार्गों पर ही चलती थी जो दिल्ली के ज्यादातर शहरी हिस्सो को जोड़ती थी। 

इस ट्रैन का प्रारंभिक चरण को 2006 में पूरा किया गया था। 2006 साल की शुरुआत के बाद में इसका राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से सटे कई शहरों में जैसे गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव और नोएडा तक भी इसका विस्तार किया गया। देश मे सबसे पहले दिल्ली में मेट्रो सेवा शुरू हुई थी जिसके बाद इसकी प्रेरणा अन्य राज्यों को भी मिली और इस परिवहन व्यवस्था की तरह ही भारत के दूसरे राज्यों ने भी ऐसी सेवा शुरू की जैसे उत्तर प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश एवं महाराष्ट्र आदि राज्य इसमे शामिल है।

दिल्ली मेट्रो कंपनी का मालिक कौन है – Delhi Metro Company Ka Malik Koun

भारत सरकार और दिल्ली की राज्य सरकार ने एक साथ संयुक्त रूप से इस दिल्ली मेट्रो का शुभारम्भ 3 मई 1995 को किया था जिसके बाद दिल्ली में एक ‘‘दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन’’  नामक एक कंपनी की स्थापना हुई या यू कहे की इसी के बाद यह कंपनी अस्तित्व मे आई। वर्तमान में इस कंपनी के निदेशक के रूप में श्रीधरन को जाना जाता है। इस कंपनी का कार्यभार डॉ. ई श्रीधरन ने 31 दिसंबर 2011 को दिया था जिसके बाद यह कम्पनी काफी चर्चाओं मे रही थी।  

यह दिल्ली मेट्रो ट्रेन सेवा भारतीय रेल के अधीन कार्य करती है एवं इस रेल व्यवस्था के मार्ग की लम्बाई की बात करे तो इसकी लम्बाई तकरीबन 66 किमी है जिसमें से 13 किमी तो केवल भूतिगत है। इस कम्पनी और इस दिल्ली मेट्रो के द्वितीय चरण की बात करे तो इस पूरे मार्ग की लंबाई तकरीबन – तकरीबन 126 किमी है एवं वर्तमान में इसके और भी स्टेशन बनने है जो की वर्तमान में निर्माणाधीन है। 

2022 तक इस कंपनी ने इन सब कार्यो को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। दिल्ली मेट्रो के विस्तार की बात करे तो यह दिल्ली के लगभग हर शहर मे जाती है। और यह देश के दूसरे राज्यों के लिए भी आदर्श बन गयी है। 

दिल्ली मेट्रो का संचालन 

दिल्ली मे अगर इस मेट्रो ट्रेन की बात करे तो यह रेलगाड़ी छोटी और ऑफ-पीक घंटों के आधार पर संचालित होती है जिसमे यह 05 रूपये से 10 रूपये के मध्य तकरीबन दो मिनट की अवधि मे 5 ये 10 मिनट के बीच मे चल सकती है। इस ट्रेन की स्पीड शुरुआत में तो कम रहती है परन्तु बढ़ते समय के साथ यह भी बढ़ती रहती है। 

दिल्ली में चलने वाली यह ट्रेन नेटवर्क संचालन के भीतर चलने वाली ट्रेन है जो की आमतौर पर 50 किमी प्रति घंटा की रफतार से अपना सफर तय करती है जो की इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड न होकर यह सबसे कम स्पीड है। 

अगर आप भी इस प्रकार की ट्रेन मे सफर करना चाहते है तो उसके लिए आपको स्टेशन पर समय से पूर्व ही आना पडेगा क्योंकि यह ट्रेन प्रत्येक स्टेशन पर तकरीबन 20 सेकंड तक की ठहरती है जो की काफी कम है परन्तु इस ट्रेन के संचालन के हिसाब से सही है। इस ट्रेन के स्टेशन पर अगर भाषा और जानकारी की बात करे तो वहां पर हमे हिन्दी व अंग्रेजी दोनो भाषाओं में जानकारी मिलती है। 

इसके कई स्टेशनों में कई जरूरी चीजों की सुविधा है जैसे एटीएम की सुविधा, खाद्य आउटलेट की सुविधा इसके अलावा कैफे, सुविधा स्टोर और मोबाइल रिचार्ज इत्यादि कई सारी सेवाएं मौजूद हैं। मेट्रो ट्रेन के स्टेशन पर कई सारी चीजों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है जैसे भोजन, शराब पीने, धूम्रपान और च्यूइंग गम इत्यादि जैसी कई चीजों पर प्रतिबंध है। 

इस के हरैक स्टेशन पर आपातकाल में आगामी अलर्ट के लिए अलार्म की सुविधा भी मौजूद है जैसे की आपको पूर्व ही भविष्य मे होने वाली घटनाओं की जानकारी मिल जी है। मेट्रो स्टेशन पर कई तरह के प्रतिबंध है इसमें यह भी शामिल है ही वहा आग से जुड़े सामान ले जाना मना है। 

इस ट्रेन में महिलाओं के लिए अलग से कोच रिजर्व है जो की अक्टूबर 2010 से संचालित है। आपको बता दे की रेलवे शुरूआत से ही महिलाओं की सुविधा पर ध्यान देती आई है। मेट्रो दिल्ली के साथ साथ देश के कई हिस्सों की शान है। 

इस लेख ट्रेन आपको दिल्ली मेट्रो के बारे में बताया गया है जिसके बारे में आपको जानकारी दी गई है। आपको बता दे की यह जानकारी हमने इंटरनेट पर रिसर्च कर के कलेक्ट की है, इसलिए इस पर विश्वास किया जा सकता है। दिल्ली मेट्रो की बदौत वर्तमान में यह भारत के और भी राज्यों में मौजूद है जैसे यह राजस्थान में जयपुर में भी इसकी सुविधा मौजूद है। 

दिल्ली मेट्रो का रूट और फेयर कैसे चेक करे ?

दिल्ली मेट्रो ट्रेन में सफर करने से पहले आपको इसके रूट के बारे व उस रूप पर कितना टिकट लगता के उसके बारे मे पता होना चाहिए। यह चेक करने के आपको कुछ आसान से टिप्स फॉलो करने होंगे। 

  • Step 1 – रूट चेक करने के लिए सबसे पहले आपको इस ट्रेन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा जहा से आप अपना रूट चेक कर सकेंगे।
  • Step 2 – इस साइट पर आने के बाद आपको ऊपर की वेबसाइट मे लाल रंग की पट्टी पर कुछ मेन्यू दिखेंगे जिनमें से आपको ‘‘Passenger information’’ वाले ऑप्शन पर जाना होगा उसमे से आपको ‘‘ Journey planner and fares ’’ नाम का एक ऑप्शन  दिखेगा। उस पर आपको क्लिक करना होगा जिसके बाद एक नया पेज खुल जाएगा। 
  • Step 3 – इस पेज पर आने के बाद आप यहा पर अपने रूट का ऐरिया सर्च कर सकते है। इसमे आपको उस स्टेशन का चुनाव करना होगा जहा से आपको इस मेट्रो ट्रेन मे चढ़ना है ओ दूसरी साइड मे उस स्टेशन का चुनाव करना होगा जहा आपको जाना है। 
  • Step 4 – इसके बाद आपको ‘‘ Show me fares ’’ वाले बटन पर क्लिक करना होगा जिसके बाद आपको स्क्रीन पर इस से संबंधित पूरी जानकारी मिल जाएगी। 

निष्कर्ष

दिल्ली मेट्रो कंपनी का मालिक कौन है, इस लेख में आपको दिल्ली मेट्रो के बारे मे जानकारी दी गई है। इस लेख में आपको दिल्ली मेट्रो व इसके इतिहास के बारे में बताया गया है जो की आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है।

दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में चलने वाली यह ट्रेन सेवा भारतीय रैक की दिल्ली- एनसीआर की एक मेट्रो रेल परिवहन व्यवस्था है जो दिल्ली रेलवे के अधीन मेट्रो रेल निगम लिमिटेड द्वारा संचालित की जाती है। इसका शुभारंभ 24 दिसंबर, 200 को किया गया था। उम्मीद करते है आपको हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी। आपके सुझावों का इंतजार है, आप हमें नीचे कमेंट कर अपने सुझाव दे सकते है। 

FAQs

प्रश्न 1 – क्या दिल्ली मेट्रो ट्रेन सरकारी है या प्राइवेट?

उत्तर – दिल्ली मेट्रो ट्रेन निजी नहीं है। यह एक सरकारी सम्पति है जिसका संचालन केंद्र व दिल्ली राज्य सरकार दोनों के द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है। 

प्रश्न 2 – दिल्ली की सबसे बड़ी मेट्रो लाइन कौन सी है?

उत्तर – दिल्ली की मेट्रो लाइन में पिंक लाइन सबसे बड़ी लाइन है जो 58.59 किलोमीटर है। यह दिल्ली मेट्रो की सबसे बडी एकाधिक लाइन है। 

प्रश्न 3 – क्या दिल्ली मेट्रो सफर करने के लिए सुरक्षित है?

उत्तर – वैसे तो हर सफर जोखिम भरा ही होता है परन्तु दिल्ली मेट्रो भी अपने आप में काफी सुरक्षित है। 

प्रश्न 4 – मेट्रो चलाने वाले ड्राइवर को कितनी सैलरी दी जाती है?

उत्तर – मेट्रो संचालन ड्राइवर की सैलरी के बारे में आपको पूर्ण रूप से तो सत्य नहीं बता सकते है परन्तु यह अनुमान लगाया जा सकता है की इस ट्रेन के ड्राइवर को सैलेरी के तौर पर 1,50,000 से 2,50,000 रुपये तक दिये जाते है। 

प्रश्न 5 – दिल्ली मेट्रो को बजट कौन करता है?

उत्तर – दिल्ली मेट्रो के संचालन के लिए एक अलग से बोर्ड बना हुआ है जिसे ‘‘ दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ’’ कहा जाता है। यह विभाग ही दिल्ली मेट्रो को बजट करता है। 

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