गोदरेज कंपनी का मालिक कौन है? Owner of Godrej

बाल सफेद हो गये है ? तो ऐसी स्थिति मे आप क्या करेंगे, अपने बालों मे डाई करवायेंगे ना! आपने गोदरेज का नाम तो सुना ही होगा। वही गोदरेज जो अपने काम के साथ अपने नाम की वजह से ही जानी जाती है। गोदरेज को आज कौन नही जानता, आप भी इसे आसानी से जानते होंगे। क्या आप इस गोदरेज के बारे मे जानते है ? अगर नही जानते है तो फिर यह लेख आपके लिए ही है। गोदरेज का मालिक कौन है? इस लेख मे आपको गोदरेज कंपनी के बारे मे ही बताया जाएगा साथ ही आपको इस कंपनी के इतिहास के बारे मे भी बताया जाएगा। 

गोदरेज कंपनी के बारे मे ?

एक सामान्य तरह कंपनी की तरह यह भी एक भारतीय कंपनी है जो भारत मे कई तरह के प्रोडक्ट को प्रोडक्शन व उनका विस्तारण करती है। गोदरेज एक व्यावसायिक कंपनी है जो एक भारतीय ब्रांड है। इस गोदरेज ग्रुप की बात करे तो यह एक भारतीय ग्रुप of कंपनी है। भारत मे इस कंपनी का मुख्यालय सपनों की नगरी मुंबई मे है जो की महाराष्ट्र मे है। 

मुम्बई के अलावा देश मे लगभग हर शहर मे गोदरेज की कंपनी है। इस गोदरेज कंपनी की स्थापना साल 1897 मे अर्देशिर गोदरेज और पिरोजशा बुरजोरजी गोदरेज द्वारा की गई थी। वर्तमान मे यह कंपनी कई क्षेत्रों मे काम करती है जैसे रियल स्टेट, उपभोक्ता उत्पाद, औद्योगिक इंजीनियरिंग, उपकरण, फर्नीचर इत्यादि क्षेत्रों के साथ साथ कृषि के क्षेत्रों मे भी कार्य करती है। 

अगर इस कंपनी की सहायक कंपनियों की बात करे तो उसकी सहायक कंपनियों मे गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, गोदरेज एग्रोवेट और गोदरेज प्रॉपर्टीज के साथ.साथ निजी होल्डिंग कंपनी गोदरेज एंड बॉयस एमएफजी कंपनी लिमिटेड इत्यादि इसमें शामिल हैं।

गोदरेज कंपनी का मालिक कौन है – Godrej Ka Malik Koun Hai

अगर इस कंपनी के निर्माण की बात करे तो आपको बता दे की इस कंपनी के मालिक का नाम अर्देशिर गोदरेज और पिरोजशा बुरजोरजी गोदरेज है। इन्हीं दोनों को इस कंपनी का वास्तविक संस्थापक और मालिक माना जाता है। गोदरेज ग्रुप की स्थापना अर्देशिर गोदरेज और उनके छोटे भाई पिराजेशा गोदरेज ने साल 1897 मे इस कंपनी की स्थापना की थी। शुरुआती समय मे यह कंपनी ताले बेचा करती थी। मुम्बई मे बढते चोरी के मामलों को देश अर्देशियर ने ताले बनाने की शुरुआत की और यह गोदरेज वर्तमान मे यहा तक है। 

निःसंतान थे गोदरेज ग्रुप के संस्थापक

अर्देशिर की कोई संतान नहीं थी वही उनके साथ पिरोजशा के चार पुत्र थे ‘‘शोराब, दोसा, बुरजोर और नवल । अगर इन चार पुत्रों की बात करे तो आपको बता दे की शोराब भी निःसंतान थे और वह दोसा के पुत्र रिशद ने इस गुप की कंपनियां चलाने मे कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई हालांकि व इस कंपनी मे शेयर होल्डर जरूर थे।

रिशद के बारे मे आपको बताएं तो वे वन्यजीवों व फोटोग्राफी के शौकीन थे और वे भी निःसंतान थे। बुरजारे के संतान की बात करे तो उनके दो पुत्र थे जिसमे ‘‘आदि गोदरेज’’ और ‘‘नादिर गोदरेज’’। यह दोनों गोदरेज की इस प्रॉपर्टी व इससे जुड़े गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और गोदरेज  एग्रोवेट सम्बंधित सारे काम देखते है। वही अगल पिरोजशा के चौथे पुत्र नवल की बात करे तो उनके 2 संताने थी जमशेद गोदरेज और स्मिता गोदरेज कृष्णा। 

इन सभी मे से वर्तमान मे जमशेद परिवार की इन सभी होल्डिंग कंपनीयी गोदरेज एवं बाॅयस के चेयरमैन है। वही आपको बता दे तो स्मिता परिवार के इस कारोबार मे जुड़े हुए नही है, अगर उनके पति विजय कृष्ण और पुत्र उनकी पुत्री नायरिका होल्कर की बात करे तो वो इस व्यवसाय से जुडे है।

बात करे अगर आदी के परिवार की तो वे इस व्यवसाय से जुडे है, उनके संताने है ‘‘तान्या, निसाबा और पिरोजशा’’। ठीक इसी तरह नादिर के ती बच्चे है। इनके सबसे बडे पुत्र बुरजिस गोदरेज ऐग्रोवेट का काम संभाल रहे है नही उनके दूसरे पुत्र शोराब गोदरेज इंडस्ट्रीज मे कम देख रहे है। आदी गोदरेज के तीसरे पुत्र होरमुसजी की बात करे तो वे इस घरेलु व्यवसाय मे किसाी प्रकार की कोई दिलसच्पी नही लेते है। 

ताले से लेकर चन्द्रयान तक का सफर

किस प्रकार का रहा इस कंपनी का सफर

1897युवा पारशी वकील अर्देशिर को इससे पूर्व कुछ कारोबार में असफलता मिली थी जिसके बाद उन्होंने एक नई ताला बनाने की कंपनी स्थापित की।
1918गोदरेज ने जानवरों के वसा से मुक्त अपनी कंपनी के जरिये दुनिया का सबसे पहला वनस्पति तेल युक्त साबुन बनाया।
1923अलमारी बनाने के साथ ही फर्नीचर बिजनेस में कदम रखा।
1951स्वतंत्रता के बाद पहले लोकसभा चुनाव के लिए कंपनी को 17 लाख बैलेट बॉक्स बनाने का सरकारी ठेका मिला। जिनसे चुनाव करवाया जा सके।
1952स्वतंत्रता दिवस पर सिंथॉल साबुन लॉन्च किया।
1958यह कंपनी रेफ्रिजरेटर बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी।
1974लिक्विड हेयर कलर प्रोडक्ट्स की बिक्री शुरू की।
1990उसके बाद इस कंपनी ने रियल एस्टेट बिजनेस में कदम रखा।
1991उसके बाद इस कंपनी ने कृषि व्यवसाय में भी प्रवेश किया।
1994गुड नाइट ब्रांड के तहत मच्छर मारने वाली चकरी (मॉस्किटो मैट्स) बनाने वाली कंपनी ट्रांस्लेक्टा को खरीदा।
2008हाल मे दे देखा जाए तो भारत के चंद्रयान मिशन के लिए उन्होंने वीइकल और लूनर ऑर्बिटर बनाए थे। 

गोदरेज ग्रुप का कुल मार्केट कैप

अगर इस गोदरेज ग्रुप की Top पांच लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप की बात करे तो यह तकरीबन 1.2 लाख करोड़ रूपये तक जाता है, इन सब के बारे मे आपको नीचे बताया गया है। 

कंपनीटोटल इनकम*नेट प्रॉफिट*मार्केट कैप*
गोदरेज इंडस्ट्रीज₹12,284 करोड़₹590 करोड़₹16,228 करोड़
गोदरेज कंज्यूमर₹10,676 करोड़₹2,342 करोड़₹68,595 करोड़
गोदरेज एग्रोवेट₹6,024 करोड़₹329 करोड़₹9,691 करोड़
गोदरेज प्रॉपर्टीज₹3,236 करोड़₹253 करोड़₹22,017 करोड़
ऐस्टेक लाइफसाइंसेज₹442 करोड़₹36 करोड़₹917 करोड़

किस एक वजह से चल निकला गोदरेज का कारोबार?

गोदरेज के शुरुआती सफर की बात को तो आपको बता दे की यह कंपनी अपने शुरुआती समय मे ताले बनाने का कार्य किया करती थी। इस कंपनी के संस्थापक आर्देशिर ने मोरवानजी से एक बार फिर लोन लिया। उन्होंने अपने व्यवसाय को बढाने के लिए तारीख 7 मई 1897 को अपने प्लान को अमल मे लाने के लिए कार्य किया और Bombay गैर वर्क्स के पास मे ही एक 215 वर्ग फुट का गोदाम थ जहां से उन्होंने ताले बनाने का कार्य आरम्भ किया। 

उन्होंने अपने इस कार्य को अंजाम देने के लिए गुजरात और मालाबार से 12 ट्रेंड कारीगर बुलाए और उसके बाद उन्होने ‘‘एंकर’’ ब्रांड के नाम से ताला निकाला। यह गोदरेज इस कंपनी के तालों के साथ एक गारंटी लेटर भी देती थी जो उनके इस व्यवसाय का मुख्य पॉइंट बना, उन्होने अपने गारंटी लेटर मे लिखा ‘‘हर ताले और चाबी का सेट अनूठा है, कोई दूसरी चाबी ये ताला नहीं खोल सकती। 

गोदरेज की इस भरोसे को भारत मे अपनाया गया उसके बाद गोदरेज के तालों पर लोगों का भरोसा बढ़ने लगा और गोदरेज के यह ताले अटूट माने जाने लगे। उनकी इस एक छोटी सी पहल से उनका यह व्यवसाय चल पड़ा और उन्होंने अपने इस व्यवसाय की स्थापना की। 

इस लेख मे आपको जो भी जानकारी बताई गई है वह पूर्ण रूप से इंटरनेट से ली गई है और इस पर विश्वास किया जा सकता है, परन्तु हम ऐसे किसी भी प्रकार के दावा नही करते है। यह कंपनी एक भारतीय ब्रांड है जिसकी शुरुआत 19वी शताब्दी मे हुई थी जो आज तक कई क्षेत्रों मे अपना पांव जमा चुकी है। 

गोदरेज कंपनी का मुख्यालय

बात करें गोदरेज कंपनी के मुख्यालय की तो आपको बता दे की इस कंपनी का मुख्यालय वर्तमान में मुंबई है। इस कंपनी के वर्तमान मे सीईओ यानी मुख्य कार्यकारी अधिकारी नाडेर गोदरेज है। मुंबई मुख्यालय से ही इस कंपनी का पूरा काम मैनेज होता है।

निष्कर्ष

इस लेख मे आपको गोदरेज कंपनी व उनके संक्षिप्त इतिहास के बारे मे बताया गया है। यह एक भारतीय कंपनी है जो भारत मे कई तरह के प्रोडक्ट को प्रोडक्शन व उनका विस्तारण करती है। गोदरेज एक व्यावसायिक कंपनी है जो एक भारतीय ब्रांड है। उम्मीद करते है गोदरेज कंपनी का मालिक कौन है आपको यह लेख पसंद आया होगा और यह जानकारी आपको उचित लगी होगी।

FAQs

प्रश्न 1 – गोदरेज कंपनी किस प्रकार की कंपनी है ?

उत्तर –  यह एक भारतीय कंपनी है जो भारत मे कई तरह के प्रोडक्ट को प्रोडक्शन व उनका विस्तारण करती है। गोदरेज एक व्यावसायिक कंपनी है जो एक भारतीय ब्रांड है। 

प्रश्न 2 – गोदरेज का खोजकर्ता कौन है ?

उत्तर – अगर इस कंपनी के निर्माण की बात करे तो आपको बता दे की इस कंपनी के मालिक का नाम अर्देशिर गोदरेज और पिरोजशा बुरजोरजी गोदरेज है। इन्हीं दोनों को इस कंपनी का वास्तविक संस्थापक और मालिक माना जाता है। 

प्रश्न 3 – गोदरेज का मुख्यालय कहाँ पर स्थित है ?

उत्तर – गोदरेज के मुख्यालय की अगर बात करे तो इसका मुख्यालय सपनों की नगरी मुंबई मे स्थित है। 

प्रश्न 4 – गोदरेज का वर्तमान सीईओ कौन है ?

उत्तर – अगर इस कंपनी के वर्तमान सीईओ की बात करें तो इस कंपनी के वर्तमान सीईओ पिरोजशा आदि गोदरेज है। 

प्रश्न 5 – वर्तमान मे गोदरेज का मार्केट कैप कितना है ?

उत्तर – अगर इस गोदरेज ग्रुप की टाॅप पांच लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप की बात करे तो यह तकरीबन 1.2 लाख करोड़ रूपये तक जाता है। 

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